Wednesday, July 24, 2024
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जिले से बने दो सांसद, दोनों ने रच दिया इतिहास लालजी वर्मा, राम शिरोमणि वर्मा

पीएम मोदी का जादू हुआ फेल

वर्तमान राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह की रणनीति भी हुई फेल।

अंबेडकर नगर लोकसभा के दो नेताओं ने भाजपा की उम्मीद पर फेरा पानी।

अपनी लोकप्रियता से दिया भाजपा को शिकस्त।

नहीं काम आया भाजपा का कोई हथकंडा।

भाजपा के सारे प्रयास हुए असफल।

अंबेडकर नगर की धरती से कोसों दूर जाकर राम शिरोमणि वर्मा ने लहराया अपना परचम।

ओबीसी समाज के दो बड़े नेताओं ने रचा इतिहास।

भाजपा के तूफान के रुख को भी मोड़ दिया।

लोकसभा क्षेत्र अंबेडकर नगर से समाजवादी पार्टी से इस बार चुने गए दो सांसद।

ये सुनकर आपको एक पल के लिए हैरानी हुई होगी ।

लेकिन ये बात बिलकुल सत्य है।

आइए आपको बताते हैं कि आखिर ऐसा हुआ कैसे ।

अंबेडकर नगर लोकसभा सीट से सपा प्रत्याशी लालजी वर्मा ने भाजपा प्रत्याशी रितेश पांडेय को दिया भारी शिकस्त।

और वहीं दूसरी ओर अंबेडकर नगर के निवासी राम शिरोमणि वर्मा ने श्रावस्ती लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी साकेत मिश्रा को दिया करारा हार।

इस प्रकार अंबेडकर नगर की धरती से दो सपा प्रत्याशियों ने अलग अलग लोकसभा सीट से भारी जीत दर्ज कर सपा को प्रदेश में और मजबूत बना दिया।

आपको बता दे अंबेडकर नगर लोकसभा के नवनिर्वाचित सांसद लालजी वर्मा कभी बसपा के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश सरकार में वित्त मंत्री हुआ करते थे।

2022 विधान सभा चुनाव में सपा के टिकट पर कटेहरी विधान सभा से विधायक निर्वाचित हुए।

2024 लोकसभा चुनाव में लालजी वर्मा की लोकप्रियता को देखते हुए समाजवादी पार्टी ने लालजी वर्मा पर एक बार फिर दांव लगाया।

सपा का ये दांव बिल्कुल सही निशाने पर लगा।

लालजी वर्मा अंबेडकर नगर लोकसभा से सांसद निर्वाचित हुए।

लालजी वर्मा का लोकसभा सफर इतना आसान नहीं रहा। इसके लिए लालजी वर्मा को कई अड़चनों का सामना करना पड़ा।

आपको बता दें नामांकन के एक रात पूर्व फेक वीडियो वायरल के मामले में देर रात दिल्ली पुलिस लालजी वर्मा के घर पहुंचती है । इसके बाद सपा के समर्थकों ने सत्ताधारी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा लालजी वर्मा को नामांकन करने से रोकना चाहती है।

सिलसिला यहीं नहीं समाप्त होता चुनाव के दिन भारी संख्या में पुलिस बल द्वारा लालजी वर्मा के घर पर छापेमारी की गई।जिसके बाद लालजी वर्मा ने पुलिस पर उन्हें प्रताड़ित करने का आरोप लगाया।

लेकिन इन सब के बाद भी लालजी वर्मा का हौंसला उनके समर्थकों ने बनाए रखा। जिसका परिणाम आज सभी के सामने है ।भाजपा प्रत्याशी रितेश पांडेय को 1 लाख 37 हजार 247 के भारी अंतर से पराजित कर अंबेडकर नगर लोकसभा से सांसद निर्वाचित हुए ।

वहीं दूसरी ओर अगर बात करें तो अंबेडकर नगर लोकसभा निवासी राम शिरोमणि वर्मा ने एक बार फिर श्रावस्ती में अपना परचम लहराया।

आपको बता दें कि 2019 लोकसभा चुनाव में भी राम शिरोमणि वर्मा बसपा के टिकट पर सांसद निर्वाचित होकर संसद पहुंचे थे।

लेकिन 2024 लोकसभा चुनाव से पहले ही बसपा ने राम शिरोमणि वर्मा पर पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाते हुए पार्टी से बाहर कर दिया था। इसके बाद राम शिरोमणि वर्मा ने सपा का दामन थामा। राम शिरोमणि वर्मा की लोकप्रियता को देखते हुए सपा मुखिया अखिलेश यादव ने राम शिरोमणि वर्मा को श्रावस्ती लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया।

लेकिन नामांकन दाखिल करने के बाद एक बार के लिए राम शिरोमणि वर्मा को झटका लगा था।

नामांकन के बाद राम शिरोमणि वर्मा से सपा का समर्थन वापस लेने की खबरों ने एक बार के लिए राम शिरोमणि वर्मा के सपनों पर पानी फेर दिया था। लेकिन जब किस्मत में राजयोग हो तो भला कौन रोक सकता है।

इस प्रकार राजनीतिक उठापटक के बाद राम शिरोमणि वर्मा की मेहनत और उनकी लोकप्रियता रंग लाई। राम शिरोमणि वर्मा ने श्रावस्ती लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर सपा की झोली में एक और सीट डाला।

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