5 जून 1973 से प्रत्येक वर्ष मनाए जाने वाले पर्यावरण दिवस को वो स्थान नहीं मिल सका जिसका ये हकदार है।
शायद लोगों को पर्यावरण में हो रहे नुकसान का अंदाजा नहीं है।
जहां लोग पर्यावरण दिवस को सिर्फ सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के लिए मनाते हैं वहीं आज के दौर में अकबरपुर मुख्यालय से करीब 7 किलोमीटर की दूरी पर आलमपुर शेखपुर में जगत पब्लिक स्कूल है जो शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी होने के साथ साथ सामाजिक और नैतिक कार्यों में भी हमेशा आगे रहता है।
जगत पब्लिक स्कूल के प्रबंधन के निर्देशानुसार विद्यालय के सभी छात्र विगत तीन वर्षों से हजारों की संख्या में न केवल पौधरोपण करते हैं बल्कि उन पेड़ों का संवर्धन भी करते हैं ।
छोटी कक्षाओं से लेकर बड़ी कक्षाओं तक छात्रों के अंदर पर्यावरण के प्रति इतनी जागरूकता देख मन प्रफुल्लित हो उठता है। यदि सभी शिक्षण संस्थाएं पर्यावरण की गंभीरता को देखते हुए जगत पब्लिक स्कूल जैसे कदम उठाएं तो बहुत ही जल्द हम कार्बन उत्सर्जन से उत्पन्न समस्याओं से निजात पा सकते हैं।
पर्यावरण संरक्षण हेतु इस सराहनीय प्रयास में जगत पब्लिक स्कूल के प्रधानाध्यापक संयोग सिंघल का बड़ा योगदान है। विद्यालय के प्रबंधक ने बताया कि प्रधानाध्यापक संयोग सिंघल पढ़ाई के साथ साथ बच्चों को खेल कूद और अन्य सभी ऐसे क्रियाकलाप हेतु प्रेरित करते हैं जिससे बच्चों के सर्वांगीण विकास के साथ साथ इस समाज का भी एक सुनहरा भविष्य हो सके।