मृत्यु एक मात्र सत्य है की अवधारणा को पूरा करते हुए पूर्व एमएलसी और सपा के वरिष्ठ नेता अजय कुमार उर्फ विशाल वर्मा की 86 वर्षीय माता श्री मति दमयंती देवी ने अपना अंतिम सफर पूरा किया।
उनके अंतिम विदाई में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा था।
सरयू नदी के तट पर विशाल वर्मा की माता जी का अंतिम संस्कार किया गया ।
शोक संवेदना व्यक्त करने वालों का तांता लगा रहा।
अंतिम संस्कार में अंबेडकर नगर के अलावा अन्य जिलों के बड़ी बड़ी हस्तियों का जमावड़ा रहा।
आपको अवगत करा दे कि टांडा तहसील के बुढ़नापुर गन्नीपुर निवासी स्वर्गीय राम अक्षैवर वर्मा जो कि समाजवादी विचारधारा के समर्थक थे और उन्होंने अपना पूरा जीवन शिक्षा के प्रति समर्पित कर दिया था।
स्वर्गीय श्री राम अक्षैवर और स्वर्गीय श्री मति दमयंती देवी के चार पुत्र हैं।
चार भाईयों में विशाल वर्मा सबसे बड़े हैं। समाजवादी नेता के रूप में विशाल वर्मा की अलग पहचान है। बहुत कम उम्र में ही विशाल वर्मा ने राजनीति के क्षेत्र में अपनी एक अलग जगह बना ली। फैजाबाद क्षेत्र से एमएलसी रह चुके विशाल वर्मा की लोकप्रियता अंबेडकर नगर में भी व्याप्त है।
विशाल वर्मा के छोटे भाई विजय वर्मा माथुर बसखारी के ब्लॉक प्रमुख थे।
विशाल वर्मा के एक अन्य छोटे भाई रणंजय वर्मा फतेहपुर में जिला जज के पद पर कार्यरत हैं।
सबसे छोटे भाई संजय वर्मा का 14 वर्ष पूर्व एक रोड ऐक्सिडेंट में मौत होने के बाद विशाल वर्मा की माता जी पैरालाइज्ड हो गई थी।
2018 में विशाल वर्मा के पिता स्वर्गीय राम अक्षैवर का भी देहांत हो गया था।
स्वर्गीय राम अक्षैवर वर्मा और उनकी पत्नी दमयंती देवी आज भले ही इस भौतिक दुनिया में न हो लेकिन उनके द्वारा उगाए गए संस्कार रूपी पौधों से समाज को दुख रूपी धूप से ताउम्र छाया मिलती रहेगी।