क्या 2004 और 2009 के लोकसभा चुनाव के एक्जिट पोल की तरह 2024 लोकसभा चुनाव में भी फेल हो जायेंगे सभी एक्जिट पोल या फिर 2014 और 2019 के एक्जिट पोल की तरह सही साबित होंगे?
सातवें व अंतिम चरण के मतदान समाप्त होने के बाद टीवी चैनलों और राजनीतिक विश्लेषकों ने एक्जिट पोल के माध्यम से अनुमानित परिणाम की घोषणा करना शुरू कर दिया है।
एक्जिट पोल के अनुसार एक बार फिर केंद्र में एनडीए की सरकार बनती हुई दिख रही है।
लेकिन एक्जिट पोल के आंकड़ों के बाद विपक्ष ने टीवी चैनलों पर आरोप लगाना शुरू कर दिया है।
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ट्वीट करते हुए लिखा कि टीवी चैनलों पर सत्ता का दबाव है इसलिए वो लोग झुट्ठे आंकड़े दिखाने पर मजबूर हैं जब कि सभी को पता है कि भाजपा हार रही है।
सपा मुखिया अखिलेश यादव के ट्वीट पर रीट्वीट करते हुए अंबेडकर नगर लोकसभा से सपा प्रत्याशी लालजी वर्मा ने लिखा बीजेपी हार मान चुकी है सिर्फ एक्जिट पोल के माध्यम से विपक्ष को हताश करना चाहती है।
अब परिणाम आने में कुछ ही घंटों की देरी है इसके बाद सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।
यदि विपक्ष द्वारा लगाए गए आरोप सही पाए जाते है तो परिणाम चौंकाने वाले हो सकते हैं
वैसे तो अधिकतम बार एक्जिट पोल के आंकड़े सही पाए गए हैं जब की 2004 और 2009 में एक्जिट पोल के आंकड़े गलत साबित हुए थे।
2009 लोकसभा चुनाव में एक्जिट पोल के अनुसार कांग्रेस गठबंधन को 199 सीटों पर जीत का अनुमान लगाया गया था जबकि कांग्रेस गठबंधन को 262 सीटों पर जीत हासिल हुई थी।