शादी के सपने सजाए बैठे युवकों के लिए सावधान होने का समय आ गया है।
शादी करते ही आप हो जायेंगे कंगाल।
शादी की खुशियां कब निराशा में बदल जाएंगी इसका अंदाजा नहीं लगा सकते।
शादी के नाम पर आपके साथ ऐसी घटना को अंजाम दिया जाएगा जिससे आपकी सारी उम्मीदों पर पानी फिर सकता है।
आज हम आपको एक ऐसी घटना से परिचित करवाएंगे जिसके बाद शादी के बारे में सोचने से आपकी रूह कांप जाएगी।
शादी को लेकर अधिकतम युवाओं के मन एक सुखद एहसास का सपना उभर कर सामने आ जाता है।
जीवन भर पत्नी के रूप में एक ऐसे साथी की तलास पूरी होती है जो जीवन के हर पहलू पर आपका साथ देने का वचन देती है।
लेकिन कहते हैं न कि कलयुग है कुछ भी हो सकता है।
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो लड़कों की शादी कराकर उनके साथ लूट करते थे।
पुलिस ने 7 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया इससे पहले 2 अभियुक्तों को पुलिस जेल भेज चुकी है।
पुलिस के पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया उन्होंने अब तक 26 शादियां कराकर उनसे लूटपाट की।
आपको बताते हैं कि ये गैंग पूरी घटना को अंजाम कैसे देती थी।
सबसे पहले ये गैंग ऐसे लड़कों की तलास करती थी जो अभी तक कुंवारे हैं और उम्र ज्यादा होने की वजह से शादी नहीं हो पा रही है।
फिर ऐसे लड़कों के बारे में पूरा रिसर्च करते थे। लड़कों के परिवार वालों के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करते थे।
फिर लड़के के पड़ोसियों के माध्यम से लड़के से संपर्क करते थे।
शादी में सगे संबंधी न आ सकें इसके लिए शादी मंदिर में करा देते थे।
शादी के नाम पर परिवार से अच्छी खासी रकम की डिमांड करते थे।
एक शादी को अंजाम देने में एक से दो महीने का समय लगता था ।
कभी बिचौलिया बनते थे तो कभी लड़की का रिश्तेदार बन लड़के के परिवार से ताल्लुक बना कर घटना को अंजाम देते थे।
शादी की रात को ही परिवार वालों को नशीला पदार्थ खिलाकर नकदी और जेवरात लूटकर फरार हो जाते थे।
यदि सुहागरात को घटना को अंजाम नहीं दे पाते थे तो 2-3 दिन बाद विदाई के बहाने घटना को अंजाम देते थे।
अपनी ही पत्नी को बनाते थे दुल्हन।
आरोपी अपनी ही पत्नी को कुंवारी लड़की बताकर फोटो दिखाते थे।
पसंद आ जाने पर करा देते थे शादी।
फिर मौका देखकर ठगी करते और दुल्हन समेत फरार हो जाते थे।
घटना को अंजाम देने के लिए अलग अलग नाम से फर्जी पहचान रखते थे आरोपी।
एक मामले को अंजाम देने के लिए एक आधार कार्ड और एक सिम कार्ड का ही प्रयोग करते थे।
ठगी का शिकार हुए परिवारों द्वारा पुलिस को सूचना देने के बाद भी पुलिस पकड़ने में असफल रहती थी क्यूं कि पहचान पत्र में फर्जी पता रहता था।
लुटेरे गैंग के सभी आरोपी अलीगढ़ और बुलंदशहर के रहने वाले हैं।
ये लोग पड़ोसी राज्यों में भी घटना को अंजाम देते थे।
हरियाणा और राजस्थान तक फैला था इस गिरोह का नेटवर्क।
पुलिस ने गुरुवार को प्रदीप शर्मा और उसकी पत्नी अंजलि, दानिश और उसकी पत्नी अनम और राजकुमार एवं उसकी पत्नी पूजा को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने बताया कि इस गैंग में और भी लोग शामिल हैं जो जानकारी इकट्ठा करते थे।
अभी तक कुल 9 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी और अन्य आरोपियों की तलास जारी है।
एएसपी अमृत जैन ने बताया कि जांच चल रही है बहुत जल्द अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।