जिले का एक ऐसा ही विद्यालय है जहां बच्चों को रटना नहीं पड़ता , सभी विषयों को प्रैक्टिकल के माध्यम से समझाया जाता है।
हम बात कर रहे हैं जिले के सबसे अग्रणी स्कूल ब्रेनसीड इंटरनेशनल स्कूल की
ब्रेनसीड इंटरनेशनल स्कूल में इंटरनेशनल पद्धति पर आधारित लर्निंग व्यवस्था है ।
गणित और विज्ञान जैसे कठिन विषयों को प्रैक्टिकल के माध्यम से बड़ी सरलता से सिखाया जाता है।
गणित , विज्ञान , इंग्लिश , कंप्यूटर इन सभी के लिए विद्यालय में स्टैंडर्ड लैब की व्यवस्था है।
बच्चों के शिक्षित करने के साथ साथ विद्यालय प्रबंधन उनके नैतिक , शारीरिक और सामाजिक विकास के लिए एक्स्ट्रा एक्टिविटी भी करवाता है।
विद्यालय की इन सभी उपलब्धियों को देखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी कि CBSE ने ब्रेनसीड इंटरनेशनल स्कूल को 12वी तक की मान्यता प्रदान कर दी ।
विद्यालय के खुलने के महज तीन साल के अंदर इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल करने के पीछे एक ऐसी शक्सियत का हाथ है जो किसी परिचय का मोहताज नहीं है।
आइए जानते हैं कि आखिर कौन है वो जिसने जिले में उच्च गुणवत्ता के शिक्षा को एक नया आयाम दिया
किसी ने सच ही कहा है जैसा नाम वैसा गुण।
इस कहावत को सच किया है जनपद अंबेडकर नगर के प्रतिष्ठित चिकित्सक डॉ ज्ञानदीप वर्मा ने ।
डॉक्टर ज्ञानदीप ने जनपद अंबेडकर में ज्ञान का वो अलौकिक दीप जलाया है जिसकी रोशनी अंबेडकर नगर ही नहीं अपितु एक दिन दुनिया के कोने कोने में अंधकार को दूर करेगी।
अंबेडकर नगर के निवासी डाक्टर ज्ञानदीप ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा हिंदी माध्यम के स्कूल से प्राप्त की ।
डॉक्टर बनने का ख़्वाब उनके जेहन में बचपन से ही पल रहा था लेकिन 12वीं कक्षा के बाद उनका हिंदी माध्यम उनके लिए एक चुनौती बनकर सामने आया ।
डॉक्टर ज्ञानदीप वर्मा ने इन चुनौतियों का सामना करते हुए अपने सपने को तो पूरा कर ही लिया ।
हिंदी भाषी बैकग्राउंड के छात्रों को मेडिकल और इंजीनियरिंग में भाषा को लेकर किसी भी चुनौती का सामना न करना पड़े इसके लिए डॉक्टर ज्ञानदीप वर्मा ने जनपद अंबेडकर में एक ऐसे विद्यालय की नींव रखी जो बचपन से ही बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु तत्पर रहता है।
ब्रेनसीड इंटरनेशनल स्कूल ने सीबीएसई से मान्यता मिलने की जानकारी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से दी ।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई वरिष्ठ पत्रकारों के साथ साथ स्कूल के डायरेक्टर ज्ञानदीप वर्मा, चेयरपर्सन डॉक्टर रजनी चौधरी और वाइस प्रिंसिपल वर्तिका नागर मौजूद रहीं